
-जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण पलवल की ओर से एडवांस्ड कॉलेज में आयोजित किया विशेष जागरूकता शिविर
-नारी की गरिमा का सम्मान अभियान के तहत सभी को किया जागरूक
पलवल, 14 मई। हरियाणा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला एवं सत्र न्यायाधीश तथा जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण पलवल के चेयरमैन प्रमोद गोयल के मार्गदर्शन तथा मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं डीएलएसए पलवल की सचिव मेनका सिंह के नेतृत्व में डीएलएसए पलवल द्वारा एंटी टीजिंग एंड पुल्लिंग नारी की गरिमा का सम्मान करना अभियान के तहत एडवांस्ड कॉलेज में विशेष जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं प्राधिकरण की सचिव मेनका सिंह ने बताया कि ईव टीजिंग एक ऐसा कृत्य है, जिसे सार्वजनिक स्थानों पर उत्पीड़न के रूप में भी जाना जाता है, जो दुनिया भर के समाजों में एक खतरनाक मुद्दा बन गया है। यह समस्या कई तरह के व्यवहारों को शामिल करती है, जो पीड़ित के दिमाग पर लंबे समय तक नकारात्मक प्रभाव डालती है। यह मौखिक, शारीरिक, सामाजिक एवं सोशल मीडिया आदि माध्यमों से की जाती है। हालांकि इस प्रकार की छेड़-छाड़ को अक्सर छोटी सी बात मानकर नजरअंदाज कर दिया जाता है, लेकिन यह छेड़-छाड़ एक नारी की गरिमा और सुरक्षा का गंभीर उल्लंघन है। इस अभियान का उद्देश्य इस प्रकार की छेड़-छाड़ के प्रति जागरूकता पैदा करना, परस्पर सम्मान की संस्कृति को बढ़ावा देना, सार्वजनिक स्थानों को सभी के लिए सुरक्षित बनाना और पीड़ितों को कानूनी एवं मनोवैज्ञानिक सहायता प्रदान करना है।
हरियाणा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के माध्यम से यह अभियान पीड़ित को अपनी बात कहने और ऐसी घटनाओं की रिपोर्ट करने के लिए एक सुरक्षित मंच प्रदान करता है। इस अवसर पर मुख्य रक्षा अधिवक्ता नवीन रावत ने बताया कि अभियान के माध्यम से महिलाओं और लड़कियों को बिना किसी डर के बोलने और इस प्रकार की घटनाओं के विरुद्ध रिपोर्ट करने के लिए सशक्त बनाना है। उन्होने बताया कि इस प्रकार के मामलों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पीड़ितों को कानूनी सहायता, परामर्श और पुनर्वास प्रदान किया जाता है, ताकि पीड़ितों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सके। इस प्रकार की घटनाओं की रोकथाम के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा स्कूलों, कॉलेजों, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशनों पर जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, कार्यशालाएं/सेमिनार आयोजित की जा रही हैं और स्थानीय रेडियो के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त पीड़ितों को मौके पर ही कानूनी सहायता प्रदान करने के भी उपाय किए जा रहे हैं। शिविर में अधिवक्ता पिंकी शर्मा ने छात्र-छात्राओं को साइबर कानून एवं सोशल मीडिया पर होने वाली ईव टीजिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर पुलिस विभाग के सब इंस्पेक्टर शोभा ने भी छात्र-छात्राओं को इस प्रकार के मामलों में चुप न रहने की तथा ऐसे कृत्य के विरुद्ध शिकायत करने की अपील की। शक्ति वाहिनी एनजीओ से सुरेंद्र ने मानव तस्करी के बारे में विस्तृत जानकारी दी। इस मौके पर एडवांस्ड कॉलेज की प्रधानाचार्या डा. लक्ष्मी ने भी छात्र-छात्राओं को विशेष रूप से इस प्रकार के मामलों में सतर्क रहने का आह्वान किया तथा पुलिस विभाग से आए हुए विभिन्न अधिकारियों ने भी कार्यक्रम में अपना-अपना सहयोग किया।