मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी का ग्लोबल यूनिवर्सिटीज़ के साथ स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम

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मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी ने दक्षिण कोरिया की वूसोंग यूनिवर्सिटी और मलेशिया की आईएनटीआई यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी कर एक नया स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम शुरू किया है। इस पहल के तहत, कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट के पाँच छात्र एक सेमेस्टर के लिए विदेश में पढ़ाई करेंगे। इस दौरान वे इंदौर के शहरी विकास से जुड़े मुद्दों पर भी शोध करेंगे।

प्रोग्राम के लिए 26 विद्यार्थियों ने आवेदन किया था उनमें से चयनित 5 विद्यार्थियों का चयन 5 महीने की प्रक्रिया के बाद किया गया। छात्रों का मूल्यांकन उनके अकादमिक प्रदर्शन, स्टेटमेंट ऑफ पर्पस (SOP) और इंटरव्यू के आधार पर किया गया। चयन समिति में विभागाध्यक्ष, डीन और कुलपति शामिल थे, जिन्होंने ऐसे छात्रों को चुना जो पढ़ाई में उत्कृष्ट हैं और शहरी विकास में योगदान देने की स्पष्ट सोच रखते हैं।

चयनित छात्र और उनके गंतव्य:

● नैंसी श्रीवास्तव – कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, वूसोंग यूनिवर्सिटी

● आयुष जोशी – कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, वूसोंग यूनिवर्सिटी

● इरिफा खैशगी – कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, आईएनटीआई यूनिवर्सिटी

● सकीना बोहरा – कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग, आईएनटीआई यूनिवर्सिटी

● वंशिका सोनी – मैनेजमेंट, आईएनटीआई यूनिवर्सिटी

इंदौर के महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव ने चयनित छात्रों के साथ एक इंटरएक्टिव सेशन किया, जहां उन्होंने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट पर चर्चा की। बातचीत में ट्रैफिक मैनेजमेंट, कचरा निपटान और शहरी विकास से जुड़े अंतरराष्ट्रीय तकनीकों को इंदौर में लागू करने पर ध्यान दिया गया।

मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. डी. के. पटनायक ने कहा, “यह प्रोग्राम छात्रों को विश्वस्तरीय शिक्षा का अनुभव देने और इंदौर के सतत विकास में योगदान देने का अवसर प्रदान करता है। वे नई तकनीकों को सीखकर इंदौर के लिए इनोवेटिव समाधान लेकर आएंगे। हमारा उद्देश्य ऐसे ग्लोबल नागरिक तैयार करना है, जो अपने समुदाय के लिए उपयोगी साबित हों।”

फरवरी 2025 से, छात्र विदेश में पढ़ाई के साथ-साथ शहरी विकास पर तुलनात्मक शोध भी करेंगे। वे दक्षिण कोरिया के ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम और मलेशिया की कचरा प्रबंधन तकनीकों का अध्ययन करेंगे। लौटने के बाद, वे इंदौर नगर निगम को अपने शोध के आधार पर सुझाव देंगे, जिससे शहर को और बेहतर बनाया जा सके।

यह पहल मेडिकैप्स यूनिवर्सिटी की अंतरराष्ट्रीय सहयोग की परंपरा को और मजबूत बनाती है। यूनिवर्सिटी का उद्देश्य ग्लोबल लेवल की शिक्षा प्रदान करना और बेहतर शहर निर्माण में योगदान देना है।

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