फरीदाबाद। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के वरदानी भवन सेक्टर 21D में 89वीं शिव त्रिमूर्ति जयंती के उपलक्ष्य में सर्व धर्म सम्मेलन’ का आयोजन हर्षोल्लास से किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजीव जेटली जी(भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता), प्रमोद कुमार जी (जी.एस.टी कमिश्नर) एवं सभी धर्मों के प्रतिनिधि दिव्यात्मानंद जी महाराज, मोहम्मद सैमूर रहमान नदवी, जसविंदर सिंह जी तथा फादर रवि जाॅन जी पधारें। साथ ही फरीदाबाद के अन्य सेवा केंद्रों की संचालिका बहनें राजयोगिनी बी.के ऊषा दीदी जी, बी.के हरीश दीदी जी, बी.के प्रीति दीदी जी, बी.के ज्योति दीदी और बी.के मधु दीदी , बी.के रंजना दीदी जी उपस्थित रहे।
बी.के हरीश दीदी जी ने कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथि गणों का स्वागत किया।
इस अवसर पर राजीव जेटली जी ने सभी को शिव जयंती की शुभकामनाएं दीं। और कहा हमें अपने जीवन में अपने द्वारा हुई गलतियों को नोट करना चाहिए और उनको बदलना चाहिए। और निस्वार्थ सेवा क्या होती है यह इन ब्रह्मकुमारी बहनों से हमें सीखना चाहिए। प्रमोद कुमार जी ने योग की विभिन्नताएं बताते हुए बताया कि राजयोग मात्र ऐसा योग है जो सर्वोच्च वा उत्कृष्ठ है जिसके द्वारा ही हम अपने कर्मों पर जीत प्राप्त करके परमात्मा से संबंध जोड़ सकते है। और मैं स्वयं अपने जीवन में राजयोग का अभ्यास पिछले कई वर्षों से कर रहा हूं।
कार्यक्रम में पधारे सभी धर्म प्रतिनिधियों ने एक स्वर में यह बात कहीं ईश्वर एक है और हम सभी आत्माएं उस एक पिता की संतान हैं।
सर्व धर्म सम्मेलन में नगली दिव्य दरबार वैदिक धर्म की ओर से सहभागी दिव्या आत्मानंद जी महाराज ने कहा कि वो ईश्वर निराकार, सत्यम, अजन्मा, अयोनी व कल्याणकारी है तथा हम सभी प्राणियों का सबसे बड़ा धर्म मानवता का धर्म है। स्वामी जी ने बताया कि ये ब्रह्माकुमारी बहनें राजयोग के द्वारा मानवता का पाठ पढ़ाती है।
सम्मेलन में मरकज मस्जिद जर्नल सेक्रेटरी इस्लाम धर्म की ओर पधारें से प्रतिनिधि मोहम्मद सैमूर रहमान नदवी ने कहा कि सभी धर्मों का मूल मंत्र एक पिता की संतान एक होकर प्रेम व भाईचारे से रहे। उन्होंने बताया कि हम सभी का इबादत करने का तरीका अलग अलग हो सकता लेकिन हम सभी एक खुदा के बंदे है।
कार्यक्रम में गुरुद्वारा कलगीधर साहब सिक्ख धर्म के प्रतिनिधि जसविंदर सिंह जी ने एक ओंकार सतनाम अकालमूर्त…. का अर्थ स्पष्ट करते हुए बताया कि वह परमात्मा निराकार, अजन्मा, निर्वेर व अकालमूर्त है। वो किसी से वैर नहीं करता। सभी को समान प्यार करता है। वह जन्म मरण मे नही आता है तथा उसे कभी काल नही खाता है।
सेंट जोसेफ रोमन कैथोलिक चर्च के फादर रवि जॉन जी ने स्पष्ट किया कि इस दुनिया में इशु नामक महान आत्मा का जन्म हुआ जिन्होंने मानवता के प्रति सभी को दया का पाठ पढ़ाया। दूसरों के दुख को अपना दुख समझ कर उनको सहयोग करना ही श्रेष्ठ धर्म है।
फरीदाबाद सेवाकेंद्र की मुख्य संचालिका ब्रह्माकुमारी उषा दीदी ने अपने संदेश में कहां कि हम सब एक, हमारा पिता एक है, विश्व एक है और विश्व एक पिता की संतान है अतः सारा संसार हमारा परिवार है।
इस धर्म सम्मेलन में राजयोग का महत्व बताते हुए अनेक सांस्कृतिक नाटकीय प्रस्तुतीकरण के द्वारा ‘राजयोग के प्रभाव’ को भी दर्शाया गया और ईश्वरीय ध्वजारोहण कर स्वशक्तिकरण करने हेतु प्रतिज्ञा कराई गई और केक कटिंग कर सभी ने आपस में एक दूसरे को केक खिलाकर भाईचारा का दृश्य बना।
वरदानी भवन सेक्टर 21D की संचालिका बी.के प्रीति दीदी ने पधारे सभी अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया। बी.के प्रिया बहन ने मंच संचालन किया। और बी.के अनिल भाई ने गीतों के माध्यम से कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए।