
फरीदाबाद, 07 जुलाई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संदीप गर्ग के कुशल मार्गदर्शन और सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रितु यादव के सक्षम पर्यवेक्षण में, “रोड रूल्स, लाइफ टूल्स” अभियान के तहत एक श्रृंखला के रूप में विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन किया गया। इस अभियान का उद्देश्य लोगों में विधिक जागरूकता फैलाना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना रहा, जिसकी थीम “कानून को जानो, जीवन बचाओ” रखी गई।
इस अभियान का केंद्रीय कार्यक्रम जिला न्यायालय परिसर, सेक्टर-12, फरीदाबाद स्थित कॉन्फ्रेंस हॉल में आयोजित किया गया, जिसमें पैनल अधिवक्ता, पैरा लीगल वालंटियर्स (PLVs), ट्रैफिक पुलिस अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधि, और विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) के सदस्य सक्रिय रूप से शामिल हुए और आमजन को विधिक जानकारी प्रदान की।
सीजेएम रितु यादव ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए सड़क सुरक्षा एवं विधिक जागरूकता की महत्ता पर बल दिया। उन्होंने गुड सेमरिटन कानून (Good Samaritan Law), मोटर वाहन (संशोधन) अधिनियम, 2019 के महत्वपूर्ण प्रावधानों एवं मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण (MACT) से संबंधित प्रक्रियाओं की जानकारी दी। उन्होंने यह भी समझाया कि ट्रैफिक नियमों एवं संकेतों का पालन क्यों आवश्यक है और “सावधानी हटी, दुर्घटना घटी” जैसी प्रसिद्ध कहावत के माध्यम से बताया कि एक क्षण की असावधानी कैसे जीवन के लिए घातक सिद्ध हो सकती है।
इस विधिक जागरूकता पहल के अंतर्गत, विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों जैसे कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, गांव नचौली, फतेहपुर बिलौच, तिगांव, एवं गांव डीग में भी विधिक साक्षरता शिविरों का आयोजन किया गया, जहाँ छात्रों को सड़क सुरक्षा संबंधी कानूनों एवं मोटर वाहन अधिनियम के अंतर्गत उनके अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में संवेदनशील किया गया। इसके अतिरिक्त, गांव अनंगपुर, गांव पाली, गांव फरीदपुर, गांव बडोली एवं गांव खंडवाली में भी आउटरीच शिविरों का आयोजन किया गया, जहाँ पैनल अधिवक्ताओं एवं पैरा लीगल वालंटियर्स ने स्थानीय ग्रामीणों से संवाद करते हुए उन्हें ट्रैफिक कानूनों, दुर्घटना दावा प्रक्रियाओं एवं जिम्मेदार नागरिक और सतर्क सड़क उपयोगकर्ता बनने के महत्व की जानकारी दी।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, फरीदाबाद द्वारा विभिन्न सहयोगी संस्थाओं के साथ मिलकर किए गए ये प्रयास विधिक शिक्षा और सशक्तिकरण के माध्यम से एक कानून का पालन करने वाले एवं सुरक्षा-प्रवण समाज के निर्माण की दिशा में एक सराहनीय पहल है।