कांग्रेसियों ने उनकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री ओझा सही मायने में कांग्रेस के स्तंभ थे। कई दशकों तक जिला कांग्रेस अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस में विभिन्न पदों पर रहकर उन्होंने कांग्रेस को मजबूती प्रदान करने का काम किया और उन्होंने दलगत राजनीति से ऊपर उठाकर जनता की सेवा की और सभी साथ लेकर चलें। समाज में उन्होंने हमेशा भाईचारे को कायम रखा। यही नहीं वह लगातार कई दशकों तक हिन्दु-मुस्लिम भाईचारा अमन कमेटी के प्रधान रहे। उनकी अध्यक्षता में कई लोकसभा, विधानसभा के चुनाव भी पार्टी जीतती रही है। उन्हें प. जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, शंकर दयाल शर्मा, इंदिरा गांधी, चौ. दलबीर सिंह, चौ. रणबीर सिंह हुड्डा, राजीव गांधी, बंसीलाल, भजनलाल, सोनिया गांधी व भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने पहली नगर निगम बनने के बाद कई चौक-चौराहों का सौन्दर्यीकरण करवाकर उनका नामकरण भी करवाया। कांग्रेसी उनका फरीदाबाद का भीष्म पितामह कहकर पुकारते थे।
जिला अध्यक्ष बलजीत कौशिक व सतवीर डागर ने कहा कि श्री ओझा जैसे मेहनती कांग्रेस नेता की हमेशा पार्टी को कमी खलती रहेगी। उनके बताए हुए रास्तों पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इससे पूर्व आज बलदेव राज ओझा फाउण्डेशन द्वारा भी कई जगह उनके पुत्र राजन ओझा द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जरूरतमंद लोगों को फल एवं खाद्य सामग्री तथा कंबल वितरित किए।
इस अवसर पर वरिष्ठ एडवोकेट जगत सिंह नागर, मास्टर ऋषिपाल, अशोक रावल, संजय सोलंकी, पूर्व पार्षद योगेश ढींगड़ा, राजेन्द्र चपराना, अनिल शर्मा, विनोद कौशिक, एस.एल. शर्मा, सुमित भाटिया, एडवोकेट संजीव चौधरी, रेनू चौहान, उमेश कौशिक, जितेन्द्र चंदेलिया, ठाकुर राजाराम, बाबूलाल रवि, अजीत भाटी, राहुल नागर, चुन्नू राजपूत, सुरेश बेनीवाल, अनुज शर्मा, मोनू ढिल्लो, सुनीता फागना सहित अन्य कांग्रेसजन मौजूद रहे।