
फरीदाबाद, 5 जून। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन खुदरा व्यापारियों एवं एमएसएमई उद्योगों को विकसित करने एवं उनकी समस्याओं के निवारण हेतू अपने राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत आगामी 14-15 जून को आगरा के होटल ताज एंड कोनवेशन सेंटर में एमएसएमई ओडीओपी बिजनेस समिट का आयोजन करने जा रहा है। ये जानकारी देते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष गुलशन डंग ने बताया कि आज सुक्ष्म, लघु व मझले उद्योग-धंधों को बचाने के लिए आवश्यक है कि एमएसएमई के लिए नियामकीय सहूलियतों, वेतन समर्थन और ब्याज सब्सिडी, कच्चें माल की बढ़ती कीमतों पर रोक जैसी राहत दी जाएं। उन्होंने कहा कि इस बिजनेस समिट में वित्तीय मोर्चें पर निपटने के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार को एमएसएमई उद्योग से जुड़ें व्यापारियों को एक वित्तीय पैकेज देने की मांग की।
गुलशन डंग ने कहा कि इस वित्तीय पैकेज के अंतर्गत ग्रामीण एवं शहरी छोटे एवं मध्यम व्यापारियों को आय संबंधि सीधी सहायता, कर में कटौती और अप्रत्यक्ष करों में अस्थायी कटौती पर तत्काल ध्यान देने मांगें उठाई जाएंगी। व्यापारी नेता ने कहा कि आज देश में ई-कॉमर्स कंपनियों की बाढ़ आ गई है जो देश के खुदरा एवं छोटे व्यापारियों को बर्बादी की गर्त में बहा कर ले जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन ई-कॉमर्श कम्पनियों के आने से छोटे व्यापारियों का कारोबार खत्म होने के कगार पर है। उन्होंने कहा कि आगरा में होने वाली इस बिजनेस समिट में देशभर के व्यापारियों द्वारा ई-कॉमर्स कंपनियों का विरोध किया जाएगा क्योंकि इससे व्यापारियों का कारोबार खत्म होने के कगार पर पहुंच चुका हैं। गुलशन डंग ने कहा कि देशभर का खुदरा बाजार ई-कॉमर्स कम्पनियों के चंगुल में फंस चुका है, खुदरा व्यापारी बर्बाद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कई वर्षों से उनका संगठन ई-कॉमर्स व्यापार पर अतिरिक्त टैक्स लगाने की मांग कर रहा है ताकि बर्बाद होते खुदरा व्यापार को बचाया जा सकें। देशभर के व्यापारियों को बचाने के लिए ई-कॉमर्स व्यापार के लिए तुरंत ई-कॉमर्स पालिसी जारी हो। ई-कॉमर्स व्यापार पर नजर रखने के लिए एक रेगुलेटरी अथॉरिटी का गठन हो। घरेलू व्यापार के लिए एक राष्ट्रीय व्यापार नीति की घोषणा हो तथा विदेशी कम्पनियों को प्रदेश सरकार द्वारा जमीन दिए जाने का फरमान भी वापिस हो। गुलशन डंग ने कहा कि आगरा में होने वाली इस बिजनेस समिट में इन सभी मांगों को जोरशोर से उठाया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने बताया कि उनके नेतृत्व में संगठन के जुड़ें हरियाणा प्रदेश के सभी पदाधिकारी एवं अन्य व्यापारीगण इस बिजनेस समिट में ज्यादा से ज्यादा संख्या में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगें।