
फरीदाबाद।
सरोगेसी अधिनियम के तहत निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुपालन एवं प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से आज लघु सचिवालय स्थित सभागार में उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी, चिकित्सक, अधिवक्ता एवं अन्य तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान उपायुक्त ने सरोगेसी प्रक्रिया में शामिल सभी चरणों – जैसे कि चिकित्सकीय आवश्यकता का प्रमाणपत्र, सरोगेट मां की स्वास्थ्य जांच एवं नियमानुसार मेडिकल फिटनेस, तथा कानूनी अनुबंध की प्रक्रिया – पर विस्तृत चर्चा करते हुए इनकी अनिवार्यता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि सरोगेसी एक संवेदनशील प्रक्रिया है, जिसमें चिकित्सा, सामाजिक और कानूनी पहलुओं की विशेष सावधानीपूर्वक समीक्षा की आवश्यकता होती है।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिला चिकित्सा बोर्ड द्वारा प्रमाणपत्र जारी करने की प्रक्रिया को पारदर्शी एवं समयबद्ध बनाया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि सरोगेट मां की शारीरिक स्वास्थ्य जांच पूरी संवेदनशीलता के साथ की जाए। साथ ही, इच्छुक दंपतियों और सरोगेट मां के बीच विधिक अनुबंध के नियमों का पूर्णतः पालन हो।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने सरोगेसी प्रक्रिया से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर अपने सुझाव साझा किए और कहा कि कानून के तहत निर्धारित नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा, जिससे संबंधित सभी पक्षों के हितों की रक्षा की जा सके।
बैठक में सीएमओ डॉ जयंत आहूजा, डॉ विशाल, डॉ अय्यर सहित संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।