फरीदाबाद, 27 नवंबर। जिला फरीदाबाद में बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की गई। इन कार्यक्रमों का संचालन महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग तथा स्थानीय प्रशासन के संयुक्त प्रयासों से किया गया।
रायपुर कलां और बल्लभगढ़ ज़ोन में स्थित आंगनवाड़ी केंद्रों एवं सरकारी मिडिल स्कूल चंदावली में बाल विवाह रोकथाम विषय पर विस्तृत लेक्चर, जन-जागरूकता अभियान, शपथ ग्रहण समारोह तथा कैंडल मार्च आयोजित किए गए। जिसमें विद्यार्थियों, अभिभावकों और समुदाय के अन्य सदस्यों को बाल विवाह से होने वाले शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और कानूनी दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया गया। सभी प्रतिभागियों को यह शपथ दिलाई गई कि वे किसी भी परिस्थिति में बाल विवाह को बढ़ावा नहीं देंगे और समाज में इसके खिलाफ सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
इसके अतिरिक्त सरकारी सेकेंडरी स्कूल बल्लभगढ़ में भी इसी विषय पर एक विशेष जागरूकता व्याख्यान आयोजित किया गया, जिसमें छात्रों को बाल विवाह निषेध अधिनियम की जानकारी प्रदान की गई। विद्यालय प्रशासन, शिक्षकों और विद्यार्थियों ने मिलकर यह संदेश दिया कि शिक्षा ही वह सशक्त माध्यम है, जो बच्चों को बाल विवाह जैसे कुप्रथाओं से बचा सकता है और उन्हें सुरक्षित भविष्य प्रदान कर सकता है।
कैंडल मार्च के दौरान बड़ी संख्या में बच्चों, महिलाओं, शिक्षकों तथा स्थानीय नागरिकों ने हिस्सा लिया और सामाजिक जिम्मेदारी का संदेश दिया। इस पहल का उद्देश्य न केवल जानकारी देना था, बल्कि समुदाय में सहभागी भावना को बढ़ाना भी था, ताकि बाल विवाह के विरुद्ध सामूहिक अभियान को गति मिल सके।






