
– डीसी विक्रम सिंह के निर्देश पर फील्ड पर उतरे अधिकारी, मुख्य ड्रेनेज पॉइंट्स से शीघ्र हुई जल निकासी
फरीदाबाद, 29 जून मानसून के आगमन के साथ ही जिला प्रशासन फरीदाबाद ने शहर में जलभराव जैसी समस्या से निपटने हेतु पहले से व्यापक तैयारियाँ की थीं। उपायुक्त विक्रम सिंह के नेतृत्व एवं दिशा-निर्देशों में गत माह से शहरभर में नालों और प्रमुख ड्रेनेज पॉइंट्स की गहन सफाई का विशेष अभियान चलाया गया, जिसका प्रत्यक्ष सकारात्मक परिणाम गत शनिवार को हुई भारी बारिश के दौरान देखने को मिला।
बारिश के बाद उपायुक्त के निर्देश पर सभी एससीएस अधिकारी, नगर निगम फरीदाबाद (MCF) तथा फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण (FMDA) के संबंधित अभियंता एवं अधिकारी फील्ड में सक्रिय रहे। उन्होंने विभिन्न जलभराव संभावित क्षेत्रों, डिस्पोजलों तथा पम्पिंग स्टेशनों का स्थलीय निरीक्षण किया और स्थिति पर त्वरित नियंत्रण हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश मौके पर ही दिए।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि जिन स्थानों को पूर्व में चिन्हित कर विशेष सफाई अभियान चलाया गया था, वहां जलनिकासी प्रणाली प्रभावी रूप से कार्य कर रही थी। प्रमुख जलभराव बिंदुओं पर पानी की निकासी शीघ्रता से हो गई, जिससे आमजन को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा।
देर शाम तक फील्ड विजिट के उपरांत अधिकारियों ने डीसी को विस्तृत समीक्षा रिपोर्ट सौंपी। इस रिपोर्ट में बताया गया कि अधिकांश डिस्पोजल पॉइंट्स पर बिजली आपूर्ति सामान्य रही, जिससे पम्पिंग कार्य बाधित नहीं हुआ। कुछेक स्थानों पर जलनिकासी में आंशिक अवरोध पाया गया, जिसके समाधान हेतु तकनीकी और ढांचागत सुधार संबंधी सुझावों को भी रिपोर्ट में सम्मिलित किया गया है, ताकि अगली वर्षा में इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान दिया जा सके।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि जलभराव जैसी समस्याओं से स्थायी समाधान तभी संभव है जब सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें और पूर्व से ही तैयारी सुनिश्चित हो। हमारा उद्देश्य सिर्फ आपातकालीन प्रबंधन नहीं, बल्कि दीर्घकालिक समाधान है। हम निरंतर निगरानी रख रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर टीमों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मानसून सीजन के दौरान नगर निगम व एफएमडीए की सफाई एवं निगरानी टीमें 24×7 एक्टिव रहेंगी। इसके साथ ही, उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की कि वे नालियों एवं सड़कों पर कचरा फेंकने से परहेज करें और स्वच्छता अभियान में प्रशासन का सहयोग करें।
जिला प्रशासन द्वारा सक्रियता, योजनाबद्ध कार्य और विभागों के संयुक्त प्रयासों से यह सुनिश्चित किया गया कि वर्षा के बाद जलभराव की स्थिति नियंत्रित रहे और जनजीवन सामान्य रूप से चलता रहे।