
– जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस मनाया गया
फरीदाबाद, 15 मई। जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं चेयरमैन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संदीप गर्ग के कुशल मार्गदर्शन और सीजेएम एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रितु यादव की देखरेख में आज रविवार को विश्व बुजुर्ग दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर जिले के विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
ये कार्यक्रम निम्नलिखित स्थानों पर आयोजित किए गए:
ताऊ देवी लाल वृद्धाश्रम, एनएच-2, डी-ब्लॉक, एनआईटी, फरीदाबाद
वृद्धाश्रम, जैन मंदिर के पास, डबुआ कॉलोनी
फरीदाबाद के विभिन्न क्षेत्रों में RWA (रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन) के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वरिष्ठ नागरिकों को उनके कानूनी अधिकारों, सरकारी कल्याणकारी योजनाओं, तथा संविधान द्वारा प्राप्त सुरक्षा प्रावधानों के प्रति जागरूक करना था।
सीजेएम रितु यादव ने वरिष्ठ नागरिकों को संबोधित करते हुए नालसा (सीनियर सिटिज़न्स को विधिक सहायता) योजना, 2016 की जानकारी दी। उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से आग्रह किया कि वे स्वयं को असहाय न समझें तथा विधिक सेवा प्राधिकरण उनके सम्मान, सुरक्षा एवं न्याय के लिए सदैव प्रतिबद्ध है।
मुख्य विधिक सहायता रक्षा अधिवक्ता रविन्दर गुप्ता ने माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण एवं कल्याण अधिनियम, 2007 के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने धारा 23 के तहत संपत्ति के हस्तांतरण और उसके निरस्तीकरण के कानूनी प्रावधानों की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। साथ ही, मेंटेनेंस ट्रिब्यूनल और विभिन्न सरकारी योजनाओं की चर्चा की, जो वरिष्ठ नागरिकों के हित में लागू की गई हैं।
पैनल अधिवक्ता भानु प्रिया ने भी कार्यक्रम में सहभागिता करते हुए वरिष्ठ नागरिकों को विधिक सहायता प्राप्त करने की प्रक्रिया और सरकारी लाभों की जानकारी दी। सभी स्थानों पर आयोजित कार्यक्रमों में वरिष्ठ नागरिकों और स्थानीय निवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और प्रश्नोत्तरी सत्रों में सक्रिय रूप से भागीदारी की।
कार्यक्रम का समापन वृद्धाश्रम के प्रबंधक कृष्ण लाल बजाज द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फरीदाबाद का आभार व्यक्त किया तथा वरिष्ठ नागरिकों के हित में उनके प्रयासों की सराहना की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, फरीदाबाद वरिष्ठ नागरिकों के अधिकारों की रक्षा हेतु निरंतर जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु प्रतिबद्ध है।