
फरीदाबाद, 7 जून। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के निदेशक डॉ. विक्रम दुआ ने ब्रेन ट्यूमर के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि इसके शुरुआती लक्षणों को नजरअंदाज करना कई बार जानलेवा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि समय पर पहचान और इलाज से इस गंभीर बीमारी पर नियंत्रण पाया जा सकता है।
डॉ. विक्रम दुआ ने बताया कि
खासकर बच्चों में ब्रेन ट्यूमर के मामलों को गंभीरता से लेने की आवश्यकता है। आंकड़ों के अनुसार, बच्चों में पाए जाने वाले सभी प्रकार के ट्यूमर में ब्रेन ट्यूमर दूसरा सबसे आम ट्यूमर है। इसके बावजूद अक्सर माता-पिता शुरुआती लक्षणों जैसे लगातार सिरदर्द, उल्टी, नजर कमजोर होना, याददाश्त में कमी या चलने-फिरने में असंतुलन को सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं, जो स्थिति को और गंभीर बना सकता है।
उन्होंने यह भी बताया कि वयस्कों में स्मोकिंग यानी धूम्रपान भी ब्रेन ट्यूमर के विकसित होने की एक अहम वजह है। तंबाकू से निकलने वाले जहरीले तत्व न्यूरोलॉजिकल सिस्टम को प्रभावित करते हैं, जिससे मस्तिष्क की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं।
डॉ. दुआ ने बताया कि आजकल उन्नत तकनीकों और न्यूरो नेविगेशन जैसी आधुनिक सुविधाओं की मदद से ब्रेन ट्यूमर का इलाज अब पहले से अधिक सटीक और सुरक्षित तरीके से संभव है। इसलिए लोगों से अपील है की कि अगर कोई व्यक्ति बार-बार सिरदर्द, दौरे, देखने या बोलने में दिक्कत, अचानक व्यवहार में बदलाव जैसे लक्षण महसूस करे, तो तुरंत न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
उन्होंने कहा कि जागरूकता, समय पर जांच और इलाज ही ब्रेन ट्यूमर से जीवन बचाने के सबसे प्रभावी उपाय हैं।