
– एडीसी सतबीर मान की अध्यक्षता में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को किया गया प्रशिक्षित
– शाम 5 बजे बजेगा सायरन, होगा मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट अभ्यास
फरीदाबाद, 31 मई| जिला प्रशासन फरीदाबाद द्वारा आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से “ऑपरेशन शील्ड” के तहत एक व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन सेक्टर12 स्थित एचएसवीपी कन्वेंशन हॉल में किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) सतबीर मान ने की। कार्यक्रम का उद्देश्य नव पंजीकृत नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों, एनएसएस (राष्ट्रीय सेवा योजना), एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर), के स्वयंसेवकों, पंजीकृत पूर्व सैनिकों तथा अन्य संबंधित प्रतिभागियों को आपदा के समय प्रभावी प्रतिक्रिया देने हेतु प्रशिक्षण प्रदान करना था।
कार्यक्रम में उपस्थित स्वयंसेवकों को प्रशिक्षकों द्वारा विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया, जिनमें प्राथमिक चिकित्सा, अग्निशमन, भीड़ प्रबंधन, आपदा के समय लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाना, राहत एवं बचाव कार्यों में भागीदारी, और संकट के समय प्रशासन को सहयोग देने जैसे व्यवहारिक पहलुओं को शामिल किया गया। प्रशिक्षकों ने सभी प्रतिभागियों को बताया कि किसी भी आपदा के समय “पहली प्रतिक्रिया” देने वाले लोग ही अधिकतम जीवन बचाने में सक्षम होते हैं। इसीलिए, स्वयंसेवकों को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रहना अत्यंत आवश्यक है।
मॉक ड्रिल में स्वयंसेवकों की भूमिका का मूल्यांकन किया गया और उन्हें सुधार के सुझाव भी दिए गए।
एडीसी सतबीर मान ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि “ऑपरेशन शील्ड” केवल एक अभ्यास नहीं, बल्कि जिले की आपदा प्रबंधन क्षमता को व्यवहारिक रूप से मजबूत करने की दिशा में एक गंभीर प्रयास है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक स्वयंसेवक को यह समझना होगा कि संकट की घड़ी में उनका ज्ञान और समर्पण ही हजारों लोगों की जान बचा सकता है। उन्होंने स्वयंसेवकों की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि प्रशासनिक तंत्र और आम नागरिकों के बीच एक मजबूत कड़ी के रूप में यह स्वयंसेवक भविष्य में बड़ी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को प्रेरित किया कि वे प्रशिक्षण में सीखी गई बातों को गंभीरता से लें और अपने-अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाएं।
एडीसी सतबीर मान ने जानकारी दी कि “ऑपरेशन शील्ड” के तहत आज शाम 5 बजे चिन्हित सैन्य क्षेत्र में एयर रेड की सूचना के साथ जिले में सायरन बजाया जाएगा। मॉक ड्रिल के दौरान राहत दलों की तैनाती, रास्तों की निगरानी, आपात चिकित्सा सुविधा, नागरिकों की सुरक्षित निकासी, संचार व्यवस्था और विभागीय समन्वय का अभ्यास किया जाएगा।
उन्होंने नागरिकों से अपील की कि सायरन सुनते ही घबराएं नहीं, सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें, अफवाहों से बचें और केवल सरकारी सूचना पर भरोसा करें। उन्होंने कहा कि ऐसे अभ्यासों से प्रशासनिक क्षमता और जनसुरक्षा मजबूत होती है।
रात 7:55 बजे से 8.15 बजे तक रहेगा ब्लैकऑउट
एडीसी सतबीर मान ने बताया कि रात 7:55 से 8:15 बजे तक जिले में ब्लैकआउट रहेगा, जिसका उद्देश्य नागरिकों को आपात स्थिति के लिए जागरूक करना है। उन्होंने आग्रह किया कि सभी लाइटें बंद रखें, किसी भी प्रकार के प्रकाश का प्रयोग न करें और प्रशासन का सहयोग करें। उन्होंने बताया कि हाल ही में जिला स्तर पर पार्षदों, सरपंचों व अन्य हितधारकों को सिविल डिफेंस का प्रशिक्षण भी दिया गया है।