
महिलाएं कलश उठाकर विश्वकर्मा मंदिर जवाहर कालोनी फरीदाबाद से निकलकर सेक्टर-23ए, कमन्यूटी हॉल में पहुंचीं।
उज्जैन से पधारे संतश्री वैष्वकर्मण धर्माधिकारी, विश्वधारण समर्थ सद्गुरु महाराज जी ने कथा सुना महिलाओं का मन मोह लिया, महिलाएं भक्ति में लीन नजऱ आईं
फरीदाबाद, 29 मई। पांच दिवसीय वैदिक व्यापार सुत्र – श्रीमद् विश्वकर्मा महापुराण कथा का शुभारम्भ सेक्टर-23ए, कमन्यूटी हॉल, निम्स हॉस्पिटल के पास, फरीदाबाद में हुआ। कथा प्रवक्ता उज्जैन से पधारे संतश्री वैष्वकर्मण धर्माधिकारी, विश्वधारण समर्थ सद्गुरु महाराज जी का फूल-मालाओं से रथ में बैठाकर स्वागत किया गया। इसके पश्चात महाराज जी के साथ महिलाएं कलश उठाकर विश्वकर्मा मंदिर जवाहर कालोनी फरीदाबाद से निकलकर सेक्टर-23ए, कमन्यूटी हॉल, निम्स हॉस्पिटल के पास, फरीदाबाद कथा स्थल में पहुंचीं। वहां पर सभी का ढोल व बाजों के साथ स्वागत किया गया व महिलाओं से कलश रखवाए गए और कथा का शुभारम्भ हुआ।
इस अवसर पर संतश्री वैष्वकर्मण धर्माधिकारी जी ने वैदिक व्यापार सुत्र महिमा, श्रवण विधी श्रवण, महिमा कथा के बारे में बताया। पांच दिवसीय वैदिक व्यापार सुत्र – श्रीमद् विश्वकर्मा महापुराण कथा का आयोजन पांचाल ब्राह्मण परिवार द्वारा किया गया। इस आयोजन को सफल बनाने में दयानन्द वत्स पांचाल सेक्टर-23, रमेश पांचाल बल्लभगढ़, सतबीर पांचाल जाजरू, मोनिका पांचाल आदि का भरपूर सहयोग रहा।
वहीं दयानन्द वत्स ने कहा कि इस कथा का लक्ष्य परमात्मा विश्वकर्मा के प्रति ज्यादा से ज्यादा आस्था, विश्वास, भक्ति, श्रद्धा, ज्ञान श्रजन कर लोग व्यापार-व्यवसाय में प्रगति करें। वर्तमान में आने वाली पीढ़ी में धार्मिक, आध्यात्मिक, शुभ संस्कार का संचार हो, लोगों में आपसी तालमेल का पवित्र भाव उत्पन्न हो।