
– गत रात्रि क्रेशर जोन रोड, बड़खल क्षेत्र में सक्रीय रही जांच टीम
फरीदाबाद, 29 मई। खनन विभाग के महानिदेशक श्री के.एम. पांडुरंग के निर्देशानुसार एवं उपायुक्त (डीसी) विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन अवैध खनन गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है। इसी क्रम में गत रात्रि जिला खनन अधिकारी कमलेश बिधलान के नेतृत्व में खनन विभाग एवं अन्य संबंधित विभागों की संयुक्त टीम द्वारा क्रेशर जोन रोड, बड़खल से सटे क्षेत्रों में औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य क्षेत्र में चल रही अवैध खनन गतिविधियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्यवाही करना है।
मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के निर्देशों के तहत, खनन विभाग के महानिदेशक के.एम. पांडुरंग स्वयं विभागीय गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान कर रहे हैं। सरकार का मुख्य उद्देश्य खनन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाना और अवैध खनन को समाप्त करना है। महानिदेशक के आदेशों के अनुसार, विभागीय टीम पूरी सतर्कता और जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है और सभी आवश्यक पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
जिला खनन अधिकारी कमलेश बिधलान ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि
निरीक्षण के दौरान पाली नाका पर चेकिंग के दौरान एक वाहन को नियम उल्लंघन करते हुए पकड़ा गया। जांच के समय ड्राइवर द्वारा प्रस्तुत किया गया बिल की समय सीमा समाप्त हो चुकी थी। प्राथमिक जांच में यह सामने आया कि ड्राइवर ने X-Zone से वाहन को लगभग शाम 4:30 बजे रवाना किया था, जबकि X-Zone से पाली नाका तक पहुंचने में 25 से 30 मिनट का समय सामान्य रूप से लगता है। इस गणना के अनुसार, जब वाहन पाली नाका पहुंचा, तब उसका बिल पहले ही समाप्त हो चुका था। समाप्त बिल के आधार पर वाहन का संचालन नियमों का उल्लंघन है, इसलिए नियमानुसार वाहन को सीज कर दिया है। उन्होंने बताया कि खनन विभाग की टीम राष्ट्रीय राजमार्गों, राज्य मार्गों और अन्य प्रमुख रास्तों पर लगातार सक्रिय रूप से तैनात है। उन्होंने यह भी कहा कि जिला में उन स्थानों पर जहां अवैध खनन की संभावना अधिक है, वहां पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके अंतर्गत जिले के विभिन्न इलाकों में औचक निरीक्षण किए जा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जा रहे हैं। हरियाणा सरकार का स्पष्ट और मजबूत निर्णय है कि राज्य में अवैध खनन किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं होगा और इसमें संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।