
दानकर्ता से प्राप्त धन कैंसर पीड़ितों को दान दिया जाएगा
दिल्ली। (सुभाष श्रीवास्तव) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नई दिल्ली की साहित्यिक संस्था “पोएट्री विद मोहिनी” का दसवां कार्यक्रम आगामी जून माह की 01 तारीख को “एक कदम समाज सेवा की ओर” के तहत कैंसर पीड़ितों के सहायतार्थ एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन कराया जा रहा है। दानकर्ताओं से प्राप्त धन को कैंसर पीड़ितों को दान किया जाएगा।
संस्थापिका “डॉ.सुमन मोहिनी सलोनी” ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए एक समिति गठित की गई है जिसके सह संस्थापक ऋषि मौर्य , मुख्य सलाहकार अभिषेक मिश्रा, मीडिया प्रभारी सुभाष श्रीवास्तव, संयोजक सैय्यद बदरूद्दुजा, शिवम बर्मन और भारत मौर्य हैं। इनके अतिरिक्त इस कार्यक्रम के प्रायोजक कपड़ा व्यवसायी, मरुधर टेक्सटाइल के मालिक अजय कुमार जैन, विजय नगर अजमेर से हैं ।
संस्थापिका ने आगे बताया कि कार्यक्रम में रचनाकारों के अलावा दानकर्ताओं का भी सहयोग मिल रहा है। संस्था द्वारा ऑनलाइन साप्ताहिक काव्य गोष्ठी भी होती है। चौपाल कवियों की माह में एक बार होती
है। कवि सम्मेलन के दौरान ही कवि “डॉ राम बालक उपाख्य राम सिंह हलचल “ के काव्य संग्रह ” एहसासों का नूर” का भी विमोचन किया जाएगा ।
यह कार्यक्रम जिला गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित “कला आकार स्टूडियो” में सुबह 11 बजे से आरम्भ होगा। इस कार्यक्रम के “अध्यक्ष” वाराणसी से मशहूर गजलकार गोपाल केशरी“ मुख्य अतिथि” राजस्थान से वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर अंतर्राष्ट्रीय लेखक एवं पत्रकार “डॉ शम्भू पंवार” , अति विशिष्ट अतिथि “ गोंदिया महाराष्ट्र से एडवोकेट देवेंद्र चौधरी, “विशिष्ट अतिथि” डॉ गीतांजलि नीरज अरोड़ा गीत दिल्ली से एवं विशिष्ट अतिथि गोल्डी गीतकार इंदिरापुरम गाजियाबाद से रहेंगे ।गिरीश गुप्ता, ओमवीर करण ऐसे रचनाकार हैं जो कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर सकेंगे लेकिन उन्होंने संस्था को स्वेच्छा से धनराशि दान में दी है । अन्य रचनाकारों में दिल्ली से ऋतु रस्तोगी ‘ कहकशाँ ‘ , संगीता अहलावत, जाह्नवी , प्रीति कादयान, गाजियाबाद से मीनाक्षी शर्मा ‘मनुश्री’, गुरुग्राम से मधूलिका तिवारी , अरूण महाजन, मुंबई से अनुप्रिया देशमुख, जबलपुर से अविनाश भटकर ‘मशरूर’, झांसी से पुष्पेंद्र ‘पुष्प ‘, बीगोद राजस्थान से टीवी फेम नवीन जैन नव, ग्रेटर नोएडा से सत्य मोहन सक्सेना ‘सत्यम ‘, अलीगढ़ से वीरेंद्र सिंह कौशल आदि रचनाकारों की संस्तुतियां प्राप्त हो चुकी हैं। कुछ और रचनाकारों ने भी अपनी स्वीकृति दे दी है जल्दी ही उनका भी पंजीकरण किया जाएगा ।
एक और अहम बात यह है कि इस कार्यक्रम में श्रोताओं के लिए कोई भी शुल्क नहीं रखा गया है, श्रोताओं से विनम्र निवेदन है की कार्यक्रम में ज़्यादा से ज़्यादा मात्रा में उपस्थित होकर देश के विभिन्न राज्यों से आए कवि कवयित्रियों की हौसला अफजाही करें ।