मंत्री का रणघोष
शब्दों से सेनाएं नहीं चलतीं, शेर की खाल पहनकर भेड़िए भी गरजते हैं, मंचों से चीखना आसान है, पर सरहद की ठंड में हड्डियां चटकाती सच्चाई, सिर्फ सैनिक का हौसला…
शब्दों से सेनाएं नहीं चलतीं, शेर की खाल पहनकर भेड़िए भी गरजते हैं, मंचों से चीखना आसान है, पर सरहद की ठंड में हड्डियां चटकाती सच्चाई, सिर्फ सैनिक का हौसला…
दानकर्ता से प्राप्त धन कैंसर पीड़ितों को दान दिया जाएगा दिल्ली। (सुभाष श्रीवास्तव) राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र नई दिल्ली की साहित्यिक संस्था “पोएट्री विद मोहिनी” का दसवां कार्यक्रम आगामी जून माह…
सिर्फ सिंदूर से क्या होगा, आग अभी सीने में बाकी है। खून में जो लावा बहता है, उसमें हल्दी की तासीर बाकी है। फिर से हवाओं को रुख देना है,…
“ऑपरेशन सिंदूर” नाम में एक शक्ति है, एक गर्व, एक पहचान, मांग का सिंदूर, रक्षा का प्रण, धधकते सूरज सा वीरता का सम्मान। यह सिर्फ एक शब्द नहीं, यह हृदय…
धूम मचाई बरखा रानी । खूब जोर से बरसा पानी ।। नाला – नाली बंद पड़े हैं । गली- गली में घुस गा पानी ।। सड़कों का लेबल है…
कभी जो कलम थी आग सी, अब फ़िल्टरों में खो गई। जो चीखती थी अन्याय पर, वो चुपचाप अब सो गई। न सवाल हैं, न बात है, बस ट्रेंड की…
घाटी जहाँ फूल खिलते थे, अब वहाँ सिसकती शाम, वेदना की राख पर टिकी, इंसानियत की थाम। कहाँ गया वह शांति-सूर्य, जो पूरब से उठता था? आज वहाँ बस मौन…
जब बर्फ़ीली घाटी में ख़ून बहा, तब दिल्ली में सिर्फ़ ट्वीट हुआ। गोलियाँ चलीं थी सरहद पार से, पर बहस चली—”गलती किसकी है सरकार से?” जो लड़ रहे थे जान…