भीतर का दीया
इस दिवाली माटी का ही नहीं, भीतर का भी दीया जलाएं। घर की सफाई तो हर साल होती है, पर इस बार मैंने मन की भी सफाई की है। अब…
इस दिवाली माटी का ही नहीं, भीतर का भी दीया जलाएं। घर की सफाई तो हर साल होती है, पर इस बार मैंने मन की भी सफाई की है। अब…
भारत में बढ़ती छात्र आत्महत्याएँ एक गहरी सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य संकट का संकेत हैं। मानसिक स्वास्थ्य कानून (2017) और आत्महत्या रोकथाम नीति (2021) ने क़ानूनी ढाँचा तो दिया, पर…
क्या दशहरे का संदेश खो गया है? दशहरा बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, लेकिन आज रावण दहन केवल मनोरंजन बन गया है। पुतले जलते हैं, पर समाज…
( सुभाष श्रीवास्तव ) दिल्ली। कामनवेल्थ कलचरल डवलपमेंट एक्टीविटीज के तत्वावधान में शक्ति नगर स्थित न्यू शर्मा आर्ट कालेज में ” कलम का सम्मान मंजर गोरखपुरी के नाम ” दिनांक…
लो फिर पुतला फूँककर, गजब किया संहार। मन के रावण दुष्ट से, गया आदमी हार।। धधक उठी लपटें बड़ी, गूँजे जय-जयकार। भीतर जो था अंधकार, रहा वही साकार।। बाहरी रावण…
“देश-विदेश में सक्रिय लेखन, 27 पुस्तकों के रचयिता साहित्यकार दंपत्ति का साहित्यान्चल सम्मान हेतु चयन” (हिसार, सिवानी मंडी) भीलवाड़ा, राजस्थान – औद्योगिक नगरी के साथ-साथ साहित्य साधना की धरा बन…
नोएडा | कवयित्री एवं शायरा आरजू खानाबदोश की पहली इंग्लिश बुक ” पावर्स ओन्ड बाई यू ” का भव्य लोकार्पण समारोह दिनाँक 16 अगस्त दिन शनिवार को सुबह 10 बजे…
साहित्य आज साधना नहीं, सौदेबाज़ी का बाज़ार बनता जा रहा है। नकली संस्थाएं ₹1000-₹2500 लेकर ‘राष्ट्रीय’ और ‘अंतरराष्ट्रीय’ पुरस्कार बांट रही हैं। यह केवल साहित्य नहीं, भाषा की भी हत्या…
दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की प्रतितिष्ठत साहित्यिक संस्था “पोएट्री विद मोहिनी” के तत्वावधान में संस्था का दसवाँ सफलतम कार्यक्रम अत्यंत हर्षोल्लास के माहौल में दिनाँक एक जून दिन रविवार को…
गर्मी आई है, आई है; गर्मी आई है आठ महीनों बाद, फिर लौट हमारे पास लौट के आई, आई है। गर्मी आई है, आई है ; गर्मी आई है……… मन…