यमुना क्षेत्र में सम्भावित बाढ़ के खतरे के मद्देनजर 24 घंटे अलर्ट मोड पर फरीदाबाद जिला प्रशासन : डीसी

Spread the love

 

  • जलस्तर बढ़ने से यमुना क्षेत्र में बसे डेढ़ दर्जन गांवों के प्रभावित होने की है संभावना
  • डीसी विक्रम सिंह कहा, देर रात तक बढ़ सकता है जल स्तर, नागरिकों से सुरक्षित स्थान पर जाने का किया आह्वान
  • आमजन रात्रि के समय विशेष चौकसी बरतें तथा सावधान और सतर्क रहें
  • डीसी ने पंचायत स्तर पर अधिकारियों सहित चौकीदारों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने के दिए निर्देश

 

फरीदाबाद, 18 अगस्त। यमुना नदी के जलस्तर के बढ़ने की संभावना के मद्देनजर जिला प्रशासन 24 घंटे अलर्ट है और बाढ़ से बचाव के लिए एक्शन मोड में कार्य कर रहा है। डीसी विक्रम सिंह ने सोमवार को संबंधित अधिकारियों की बैठक लेते हुए यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से किसी भी प्रकार की विषम परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहने और सभी आवश्यक तैयारियां और प्रबंधन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जलस्तर बढ़ने से यमुना क्षेत्र में बसे गांव मोहना, लतीपुर, मंझावली सहित लगभग डेढ़ दर्जन गांवों के अधिक प्रभावित होने की संभावना है। उन्होंने कहा कि ऐसे में पंचायत स्तर पर एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार व अन्य संबंधित अधिकारी सहित 24 घंटे अलर्ट मोड में काम करते हुए गांवों में मॉनिटरिंग सुनिश्चित करें। उन्होंने चौकीदारों को भी 24 घंटे अलर्ट रहते हुए पहरेदारी और मुनादी करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए जिन्हें बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने का पूर्व अनुभव हो ताकि स्थिति को जल्द से जल्द कंट्रोल किया जा सके और लोगों को बचाव व राहत पहुंचाई जा सके।

डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि सोमवार रात्रि को ओखला बैराज से 60 हजार क्यूसेक व हथिनी कुंड बैराज से एक लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है, इससे यमुना निकट बसे निचले क्षेत्रों में पानी आने की संभावना है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सभी संवेदनशील क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाएं और राहत व बचाव कार्यों के लिए पूरी तैयारी रखें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस बात पर विशेष फोकस करें कि बाढ़ की स्थिति पैदा होने पर हम बाढ़ को नियंत्रित करने और राहत व बचाव करने में पूरी तरह सक्षम हैं, जिससे अधिक से अधिक लोगों को बचाया जा सके।

ग्रामीण समय रहते सुरक्षित जगहों पर लें पनाह : डीसी
डीसी विक्रम ने आह्वान किया कि यमुना नदी के किनारे बसे गांवों के नागरिकों को विशेषकर रात्रि के समय पूरी तरह सावधान और सतर्क रहना चाहिए। यमुना नदी के किनारे स्थित गांवों के ग्रामीण समय रहते जिला प्रशासन की ओर से चिन्हित की गई सुरक्षित जगहों पर पनाह ले लें और बाढ़ से बचाव के लिए चिन्हित जगहों पर ही रहें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अधिक पानी या बाढ़ आने का इंतजार न करें बल्कि स्थिति के मद्देनजर जितनी जल्दी हो सके बाढ़ संभावित क्षेत्रों को पहले ही खाली कर सुरक्षित जगह पर आसरा ले लें। उन्होंने सुरक्षा के दृष्टिगत लोगों से अतिक्रमणों को छोड़ने का भी आह्वान किया है।

आपातकालीन सेवाएं 24 घंटे अलर्ट मोड पर : डीसी
डीसी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह सतर्क रहें और बाढ़ से बचाव को लेकर सभी आवश्यक इंतजाम जैसे नाव, लाइफ जैकेट, रस्सी, सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि बाढ़ की संभावना के मद्देनजर एसडीआरएफ, एनसीसी व वालंटियर्स को अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि गांव बसंतपुर में एसडीआरएफ को तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी विषम परिस्थिति से निपटा जा सके। साथ ही जिला में आपातकालीन सेवाओं को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रखा गया है तथा सभी संसाधन उपलब्ध करा दिए गए हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यमुना नदी के क्षेत्र में बसे गांवों की निरंतर मॉनिटरिंग करें और उन्हें निरंतर स्थिति से अपडेट करते रहें। उन्होंने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार मुनादी कराई जाए और लोगों को लगातार जागरूक करें।

आमजन अफवाहों से बचें, केवल आधिकारिक सूचनाओं और तथ्यों पर करें विश्वास :
जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ के मद्देनजर चेतावनी दी गई है कि संवेदनशील समय में अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि वे केवल और केवल जिला प्रशासन की ओर से जारी आधिकारिक सूचनाओं और तथ्यों पर ही विश्वास करें। जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि सभी लोग जिला प्रशासन का सहयोग करते हुए प्रशासन की ओर से जारी किए गए आदेशों का पालन करें और तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंच जाएं। जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया कि बाढ़ से राहत एवं बचाव कार्यों के लिए सभी टीमें 24 घंटे तैयार हैं। उन्होंने कहा कि केवल जिला प्रशासन सुरक्षा की पहली जिम्मेदारी नागरिकों की सतर्कता और सहयोग पर निर्भर करती है। बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

  • Related Posts

    सदी के महान जननायक नेता के रूप में उभरे हैं भूपेन्द्र हुड्डा- सुमित गौड

    Spread the love

    Spread the loveकांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड के नेतृत्व में मनाया पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा का जन्मदिवस फरीदाबाद। हरियाण प्रदेश कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सुमित गौड के संयोजन में आज हरियाणा…

    Continue reading
    बल्लभगढ़ कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर कुमारी सैलजा का हुआ भव्य स्वागत

    Spread the love

    Spread the loveफरीदाबाद। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं लोकसभा सांसद कुमारी सैलजा का बीती रात्रि बल्लभगढ़ के सेक्टर-64 स्थित कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर बल्लभगढ़ के वरिष्ठ कांग्रेस नेता…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    You Missed

    सदी के महान जननायक नेता के रूप में उभरे हैं भूपेन्द्र हुड्डा- सुमित गौड

    सदी के महान जननायक नेता के रूप में उभरे हैं भूपेन्द्र हुड्डा- सुमित गौड

    बल्लभगढ़ कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर कुमारी सैलजा का हुआ भव्य स्वागत

    बल्लभगढ़ कांग्रेस कार्यालय पहुंचने पर कुमारी सैलजा का हुआ भव्य स्वागत

    गृह सहायिका महिलाएं हमारे समाज और देश के विकास की सच्ची आधारशीला हैं: प्रियंका अग्रवाल

    गृह सहायिका महिलाएं हमारे समाज और देश के विकास की सच्ची आधारशीला हैं: प्रियंका अग्रवाल

    पेड़ ही जीवन का आधार, प्रत्येक नागरिक पौधारोपण को बनाएं अपने जीवन का हिस्सा: कृष्ण पाल गुर्जर

    पेड़ ही जीवन का आधार, प्रत्येक नागरिक पौधारोपण को बनाएं अपने जीवन का हिस्सा: कृष्ण पाल गुर्जर

    टेलीग्राम टास्क के नाम पर 23,65,000 रुपये की ठगी, खाताधारक सहित 2 गिरफ्तार, खाते मे आए थे ठगी के 13 लाख रुपये,

    टेलीग्राम टास्क के नाम पर 23,65,000 रुपये की ठगी, खाताधारक सहित 2 गिरफ्तार, खाते मे आए थे ठगी के 13 लाख रुपये,

    हेल्पलाइन बनी वरदान : गांव कबूलपूर में 9 माह की गर्भवती का सफल रेस्क्यू

    हेल्पलाइन बनी वरदान : गांव कबूलपूर में 9 माह की गर्भवती का सफल रेस्क्यू