
फरीदाबाद, 11 जून। मानसून के आगमन से पूर्व जिले में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए जिला प्रशासन द्वारा शुरू किया गया अभियान निरंतर जारी है।
उपायुक्त ने जानकारी देते हुए बताया कि इसी कड़ी में आज बुधवार को जिन क्षेत्रों में सफाई कार्य प्रगति पर है उनमें सेक्टर 21-C, सेक्टर 5 फरीदाबाद, नेहरू कॉलोनी (सेक्टर 49), तथा संजय कॉलोनी (सेक्टर 48) आदि स्थान प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन इलाकों में नालों की सफाई और जल निकासी प्वाइंट्स को बाधा मुक्त बनाने हेतु विशेष अभियान चलाया गया।
उपायुक्त विक्रम सिंह ने कहा कि बरसात के दौरान जलभराव की स्थिति से बचाव के लिए जिला प्रशासन बहुआयामी रणनीति अपना रहा है, जिसमें नालों की समयबद्ध सफाई, अतिक्रमण हटाने, और जल निकासी व्यवस्था को बेहतर करने की दिशा में गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि नगर निगम के सहयोग से सभी प्रमुख नालों, ड्रेनेज प्वाइंट्स की सफाई कार्य तेजी से चल रहा है। जहां कहीं अतिक्रमण हैं, वहां से अवैध निर्माण हटाए जा रहे हैं ताकि वर्षा जल के निर्बाध बहाव में कोई रुकावट न आए। इस कार्य के प्रभावी संचालन हेतु संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान की गई है और वहां विशेष रूप से एचसीएस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है।
प्रत्येक अधिकारी को सौंपे गए हैं विशिष्ट क्षेत्र, जिनकी वे नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं तथा आवश्यकतानुसार त्वरित कदम भी उठा रहे हैं। साथ ही कई पंपिंग स्टेशनों की क्षमता बढ़ाई गई है और खराब पंपों को बदला गया या उनकी मरम्मत कर ली गई है ताकि किसी भी आपात स्थिति में जलभराव को तुरंत नियंत्रित किया जा सके।
उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जल निकासी व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जा रही है और कार्यों की गुणवत्ता की नियमित जांच सुनिश्चित की जा रही है। इसके लिए नगर निगम अधिकारियों को प्रतिदिन फील्ड विजिट करने व सफाई कार्यों की रीयल टाइम निगरानी के निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख अंडरपास, मुख्य सड़कें और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष निगरानी की जा रही है ताकि बारिश के दौरान ट्रैफिक जाम या जलभराव जैसी स्थितियों से समय रहते निपटा जा सके।
डीसी विक्रम सिंह ने नागरिकों से अपील की कि वे जल निकासी व्यवस्था में सहयोग करें, नालों में कूड़ा-कचरा न डालें और यदि किसी क्षेत्र में जलभराव या निकासी से संबंधित कोई समस्या हो, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन और आमजन के बीच समन्वय से ही इस दीर्घकालिक समस्या का समाधान संभव है।