
फरीदाबाद ।
सिविल सर्जन फरीदाबाद के मार्गदर्शन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सी.एच.सी.) खेड़ी कला में “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” अभियान के अंतर्गत एक व्यापक जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच विकसित करना, लिंगानुपात को संतुलित बनाए रखना तथा बेटियों की शिक्षा और सशक्तिकरण के महत्व को रेखांकित करना था।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य वक्ताओं ने कहा कि “बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ” केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है, जिसमें हर नागरिक की भागीदारी आवश्यक है। इस मुहिम का उद्देश्य केवल बालिका जन्म दर को सुधारना ही नहीं, बल्कि उन्हें समान अवसर प्रदान कर शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है। समाज में व्याप्त लैंगिक असमानता को दूर करना समय की आवश्यकता है। बेटियों को शिक्षा से जोड़ना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना राष्ट्र निर्माण की दिशा में सबसे महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर बेटियां पढ़ेंगी, तभी समाज आगे बढ़ेगा।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ की शपथ दिलाई गई तथा गांव में जागरूकता रैली निकाली गई। इस अवसर पर स्वास्थ्य कर्मियों, आशा वर्कर्स, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, ग्रामवासियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।