
-सायरन बजते ही सभी हो गए सचेत एवं सतर्क
-नागरिक सुरक्षा तंत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया का परीक्षण और सुदृढ़ीकरण है नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का उद्देश्य
पलवल, 7 मई। गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास के रूप में हरियाणा सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन पलवल की ओर से बुधवार को पलवल जिला में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठ के नेतृत्व में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिक सुरक्षा तंत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया का परीक्षण और सुदृढ़ीकरण करना है। बुधवार सायं 4 बजे जिला सचिवालय में जैसे ही सायरन बजा पलवल जिला में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल की शुरुआत हो गई और सभी सचेत एवं सतर्क हो गए। नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का उद्देश्य विभिन्न प्रकार की विषम परिस्थितियों से बचाव के लिए तैयारियों का परीक्षण करना था।
उपायुक्त ने बताया कि बुधवार को ठीक 4 बजे जिला सचिवालय में सायरन बजने के साथ ही मॉक ड्रिल शुरू करवा दी गई। सायरन की आवाज सुनकर जिला सचिवालय में मौजूद सभी अधिकारी व कर्मचारियों सहित आमजन बाहर आ गए। चंद मिनटों में ही मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने मुस्तैदी दिखाते हुए तत्परता से जिला सचिवालय भवन में पानी का छिडक़ाव शुरू कर दिया। वहीं रेस्क्यू का कार्य भी पूरी सावधानी के साथ किया गया। जिला सचिवालय सहित रेलवे स्टेशन पलवल व अन्य मुख्य जगहों पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी ने बताया कि यह मॉक ड्रिल आपातकालीन स्थिति में क्या करें और क्या न करें और क्या-क्या सावधानियां बरतने के उद्देश्य से करवाई गई है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया वे अपने क्षेत्र में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को दें। राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत जिला और राज्य, दोनों स्तरों पर घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) को औपचारिक रूप से लागू कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य प्रतिक्रिया तंत्र को सुव्यवस्थित करना, आपातकालीन स्थितियों के दौरान भ्रम को कम करना और तदर्थ उपायों पर निर्भरता को कम करना है। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना तथा विकट स्थिति के दौरान बड़े पैमाने पर दहशत की संभावना को कम करना है। इस दौरान एसडीएम पलवल ज्योति, सीटीएम अप्रतिम ङ्क्षसह सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।