
फरीदाबाद, 1 अप्रैल | जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद में आज भारतीय नववर्ष (नव-संवत्सर) विक्रम संवत 2082 का हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया गया तथा शांति एवं समृद्धि की कामना के लिए यज्ञ अनुष्ठान किया गया।
भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डीन छात्र कल्याण कार्यालय द्वारा आयोजित यज्ञ अनुष्ठान में विश्वविद्यालय के अधिकारियों और संकाय सदस्यों ने हिस्सा लिया।
कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर ने चैत्र नवरात्रि और हिंदू नववर्ष उत्सव, जिसे ‘नव-संवत्सर’ के रूप में जाना जाता है, की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर अपने संदेश में कुलपति ने सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण पर बल देते हुए कहा कि भारत में पारंपरिक नववर्ष की शुभ अवसर पर देश के विभिन्न हिस्सों में कई त्योहार मनाए जाते हैं, जो भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विविधता में एकता का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि ये उत्सव लोगों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करते हैं। उन्होंने कामना की कि भारतीय नववर्ष सभी के जीवन में खुशहाली, सुख-समृद्धि और नई आशाएं लेकर आए। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने के लिए विश्वविद्यालय के विवेकानंद मंच के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर डीन छात्र कल्याण प्रो. प्रदीप डिमरी, डीन (संस्थान) प्रो. मुनीश वशिष्ठ, अध्यक्ष (मैकेनिकल इंजीनियरिंग) प्रो. अरविंद गुप्ता के अलावा काफी संख्या में विश्वविद्यालय के संकाय सदस्य एवं विद्यार्थी मौजूद रहे।