
फरीदाबाद, 21 अप्रैल | जे.सी. बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा प्रथम पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया, जो उत्साहपूर्ण और भावनात्मक क्षणों से भरा रहा। यह आयोजन पुरानी यादों, प्रेरणा और उत्सव का एक सुंदर मिश्रण रहा, जिसमें 2016-18 से 2022-24 तक के एम.एससी. पर्यावरण विज्ञान बैच के पूर्व छात्रों, संकाय सदस्यों, वर्तमान छात्रों और वसुंधरा इको क्लब के सदस्यों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर और विज्ञान संकाय की डीन प्रो. अनुराधा शर्मा ने पूर्व छात्रों और विभाग के भविष्य के प्रयासों के लिए अपनी शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिए। विभाग की अध्यक्ष और वसुंधरा इको क्लब की समन्वयक डॉ. रेनुका गुप्ता ने पूर्व छात्रों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त किया और उनके द्वारा स्थायी परिवर्तन की दिशा में निभाई जा रही भूमिका पर बल दिया। संकाय सदस्य डॉ. अनीता गिर्धर, डॉ. नविश कटारिया, डॉ. सुषमा और तेजस्विता भी अवसर पर उपस्थित रहीं।
एम.एससी. छात्रों और वसुंधरा इको क्लब के सदस्यों ने गणेश वंदना, शिव स्तोत्रम, गीत, कविता और मधुर प्रदर्शनों के साथ सांस्कृतिक उत्साह से माहौल को जीवंत कर दिया। सुकृति, सोनम, तमन्ना, रोशन, वर्शा, मुस्कान, साक्षी और दीपाली ने अपने प्रदर्शन से सभी को मंत्रमुग्ध किया। 2020 बैच की पूर्व छात्रा सुश्री कामिनी ने मित्रता पर एक भावपूर्ण कविता प्रस्तुत की, जिसने पुरानी यादों को ताजा किया। आयोजन का एक विशेष आकर्षण 2023-25 बैच की अन्नू पांडे को मिस फेयरवेल 2025 के रूप में सम्मानित करना रहा।
पूर्व छात्रों ने अपने व्यक्तिगत और पेशेवर अनुभव साझा किये और छात्रों को करियर मार्गदर्शन प्रदान किया। लक्षिता (ईएचएस गुरु प्रा. लि., गुरुग्राम) ने छात्रों को उत्सुक रहने और तकनीकी कौशल विकसित करने के लिए प्रेरित किया। गीतांशु शर्मा (इनलैंड वाटरवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया, कोलकाता) ने ईएचएस भूमिकाओं के लिए नेबोस कोर्स की महत्ता बताई। निखिल चैधरी (दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) ने पर्यावरण कानूनों और नीतियों से अपडेट रहने पर बल दिया। ममता (शाही एक्सपोर्ट्स प्रा. लि., फरीदाबाद) ने फील्ड और डेस्क कार्य में संतुलन की आवश्यकता बताई, जबकि श्री शुभम शर्मा (ईएसजी बुक) ने ईएसजी को करियर अवसर के रूप में रेखांकित किया।