
– खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने किया पहलवानों का उत्साहवर्धन
– नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में पहुंचे खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर
पलवल, 25 मई। हरियाणा में खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि हरियाणा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को गौरव दिलाने में बहुत योगदान दिया है। हरियाणा द्वारा बनाई गई मजबूत खेल नीति ने खेलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों के लिए बेहतरीन नतीजों का मार्ग प्रशस्त किया है। राज्य ने एक ऐसा मॉडल तैयार किया है जिसकी मदद से राज्य ने कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं, जो अन्य राज्यों के लिए भी प्रेरणा बन गई हैं। आज हरियाणा खेलों का सिरमौर है और खेलों में हरियाणा का डंका बजता है।
खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर रविवार को चंडीगढ़ यूटी कुश्ती एसोसिएशन व भारतीय कुश्ती संघ के संयुक्त तत्वावधान में पलवल स्थित नेता जी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम में 25 मई से 27 मई तक आयोजित की जा रही अंडर-17 नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप में पहलवानों का उत्साहवर्धन करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि पलवल जिला में राष्ट्र स्तर की कुश्ती प्रतियोगिता का आयोजन होना हरियाणा प्रदेश सहित पलवल जिला के लोगों के लिए गर्व व गौरव की बात है। उन्होंने नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप के भव्य आयोजन के लिए चंडीगढ़ यूटी कुश्ती एसोसिएशन की ओर से भारतीय कुश्ती संघ के पदाधिकारियों व जिला प्रशासन के अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं।
खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का एक ऐसा राज्य है जो पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कार के तौर पर सबसे अधिक प्रोत्साहन राशि देता है। हरियाणा ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रत्येक प्रतियोगिता के मुताबिक पुरस्कार राशि तय की हुई है. ओलंपिक और पैरा ओलंपिक खेलों की बात करें तो इसमें गोल्ड मेडल जीतने वाले को छह करोड़, सिल्वर मेडल जीतने वाले को चार करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाले को ढाई करोड़ की राशि पुरस्कार के तौर पर दी जाती है। इसके साथ ही सरकार ओलंपिक में शामिल होने वाले खिलाडिय़ों को भी 15-15 लाख की राशि दी जाती है।
हरियाणा के बेटे-बेटियों ने सभी क्षेत्रों में दिया है अपनी उत्कृष्टता का परिचय : राजेश नागर
खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार खेलों को न केवल करियर के रूप में बल्कि जीवन शैली के रूप में बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के संतुलित विकास के लिए पूरे राज्य में स्कूली स्तर पर खेलों को अनिवार्य बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के हर गांव से खेल प्रतिभाएं उभर कर सामने आती रहती हैं। ऐसी प्रतिभाएं जिन्होंने न केवल राज्य को गौरवान्वित किया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम भी रोशन किया है। कुश्ती हो, मुक्केबाजी हो, हॉकी हो या बास्केटबॉल, हरियाणा के बेटे-बेटियों ने लगातार सभी क्षेत्रों में अपनी उत्कृष्टता का परिचय दिया है।
खेल स्वस्थ, सक्रिय और जागरूक समाज की नींव रखने में मदद करते हैं : राजेश नागर
खाद्य एवं आपूर्ति राज्य मंत्री राजेश नागर ने कहा कि कुश्ती एक ऐसी प्रतियोगिता है जो न केवल शारीरिक शक्ति बढ़ाती है बल्कि अनुशासन, रणनीतिक सोच और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता में भी वृद्धि करती है। उन्होंने कहा कि यह युवाओं में एकता, समर्पण और अनुशासन का भाव पैदा करता है, जिससे जिम्मेदार और गतिशील नागरिक बनने में मदद मिलती है। ऐसे खेलों के आयोजन के माध्यम से हम एक स्वस्थ, सक्रिय और जागरूक समाज की नींव रखने का काम करते हैं। हरियाणा के लिए यह बहुत गर्व की बात है कि इस तरह की कुश्ती प्रतियोगिताएं हरियाणा सहित भारतभर में प्रसिद्धि प्राप्त कर रही हैं।
ये रहे मौजूद :
इस अवसर पर भारतीय कुश्ती महासंघ यूटी के उपाध्यक्ष दर्शन लाल, भारतीय कुश्ती महासंघ के कोषाध्यक्ष डा. एसपी देशवाल, हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष रमेश बोहर, चेयरमैन ऑर्गेनाइजिंग कमेटी ऑफ नेशनल रेसलिंग चैंपियनशिप एवं गांव दूधौला के पूर्व सरपंच सुंदर पहलवान, गुरु द्रोणाचार्य अवार्डी कैप्टन चांदरूप अखाड़े के संचालक अमित ढाका, सतपाल देशवाल, हरेंद्र पाल राणा, महिपाल सरपंच, जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम पलवल ज्योति, सीटीएम अप्रतिम सिंह, रजिस्ट्रार श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय दूधौला प्रो. ज्योति राणा, सीईओ जिला परिषद जितेंद्र कुमार सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति, पदाधिकारी, देशभर के विभिन्न राज्यों से आए कुश्ती पहलवान, कोच व दर्शकगण मौजूद रहेे।